अखिलेश यादव ने बिजली पर किया ऐसा 'चुनावी वादा', ऊर्जा मंत्री ने तुरंत किया पलटवार
अखिलेश यादव ने बिजली पर किया ऐसा 'चुनावी वादा', ऊर्जा मंत्री ने तुरंत किया पलटवार
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनने पर खेती, घरेलू इस्तेमाल और उद्योगों के लिए सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर यह ऐलान किया तो यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने इस पर पलटवार भी किया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के दौरान सिर्फ पांच जिलों को ही बिजली दी गई।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि 'सपा सरकार में एटा व अन्य जिलों में प्रस्तावित बिजली के कारखाने अगर बन गए होते तो आज यूपी के लोगों को देश की सबसे महंगी बिजली नहीं खरीदनी पड़ती। सपा की सरकार बनने पर खेती, घरेलू बिजली, उद्योग व कारोबार को उम्मीद से ज्यादा राहत देंगे। सभी को नियमित और सस्ती दरों पर बिजली देने का संकल्प हम दोहराते हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस ऐलान पर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि महंगी बिजली का आरोप लगा रही सपा ने अपनी पांच साल की सरकार के दौरान बिजली दरों में 60.71 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। उन्होंने सिर्फ पांच जिलों को बिजली दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में तीन साल से बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई, बगैर भेदभाव सभी 75 जिलों को समान बिजली दी जा रही है। गांव में भी 54 प्रतिशत से ज्यादा बिजली मिल रही है।
सपा की जनसभाओं में भीड़ देख भाजपा में खलबली : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की जनसभाओं में उमड़ते जनसैलाब से भाजपा खेमें में खलबली मच गई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की जमीन खिसक चुकी है यह सच सभी को दिखाई पड़ने लगा है। हार के डर से भाजपा नेतृत्व अब साजिशों पर उतर आया है। सीबीआइ, ईडी व आइटी का ही अब उसे सहारा रह गया है, क्योंकि जनता ने तो उसे पहले से ही खारिज कर दिया है। अखिलेश ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा अपना जनसमर्थन खोने से डरी हुई है इसलिए तथ्यहीन झूठे और भ्रामक प्रचार की आड़ में राजनीति कर रही है। भाजपा ने अपने पूरे कार्यकाल में जनहित का कोई काम नहीं किया। एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया। अस्पतालों का शिलान्यास व लोकार्पण तो कर दिया पर उनमें चिकित्सा की कोई व्यवस्था नहीं की। भाजपा कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है। इस सरकार ने फर्जी एनकाउंटर व पुलिस हिरासत में मौतों का रिकार्ड बनाया है। भाजपा केवल षड्यंत्र, अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार ही करती रही है।